In this world
sometimes i feel
i m alone & i
m at heaven
i dont know how
far i hav to go
but i m sure
that place will b
the best for me!
i also believe
an inherent power
is governing me
sometimes i gives
me some unexpectedc
results as well................
in the end i pray
to God..............
Hey God......please always give me
a bit power.............so that i can
serve ur creation satisfactorily.......
Tuesday, July 24, 2007
Sunday, July 22, 2007
समझ में कुछ नही आता.......
करूं कैसे नमन उनको
समझ में कुछ नही आता
रुकी है लेखनी मेरी
झुका है शर्म से माथा
असर होगा कलम पेर ज्यों
शहीदों की दुवाओ का
गरम ज्वालामुखी त्यों ही
फतेगा भावनाओं ka
तपिश शब्दों में आयेगी
नमी शोलों में बदलेगी
शुलागती पंक्ति गीतों की
धधकती आग उगलेगी
तापेगा आग में जो भी
खरा वह स्वर्ण होगा फिर
नही भारत में भारत से
अलग कुछ वर्ण होगा फिर
मुकुट बनेकेर भारत
विश्वा के माथे पेर जब होगा
नमन सच्चा शहीदों को
सही माय्नें में तब होगा
समझ में कुछ नही आता
रुकी है लेखनी मेरी
झुका है शर्म से माथा
असर होगा कलम पेर ज्यों
शहीदों की दुवाओ का
गरम ज्वालामुखी त्यों ही
फतेगा भावनाओं ka
तपिश शब्दों में आयेगी
नमी शोलों में बदलेगी
शुलागती पंक्ति गीतों की
धधकती आग उगलेगी
तापेगा आग में जो भी
खरा वह स्वर्ण होगा फिर
नही भारत में भारत से
अलग कुछ वर्ण होगा फिर
मुकुट बनेकेर भारत
विश्वा के माथे पेर जब होगा
नमन सच्चा शहीदों को
सही माय्नें में तब होगा
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